जागरूकता ही एनीमिया से बचाव एवं इलाज में प्रभावी- संभागायुक्त

एनीमिया रथ का इन्दौर नगर में आठ दिवसीय भ्रमण की शुरुआत,अभियान के पांचवें साल में 5 लाख लोगों तक पहुंचेगा एनीमिया रथ

गुड़,चना, मूँगफली, खारक का निःशुल्क वितरण करने के साथ लोगों को रक्त की अहमियत बताने के साथ ही एनीमिया के प्रति जागरूक करेगी होम्योपैथिक चिकित्सकों की टीम

इन्दौर. देश में गंभीर रोग एनीमिया के प्रति जन जागरूकता और रोग की रोकथाम के लिए एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर, एडवांस्ड होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसायटी तथा आयुष मेडिकल वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वावधान में आठ दिवसीय एनीमिया रथ अभियान की शुरुआत हुई। एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर एवं होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च प्रा. लि., मयंक अपार्टमेंट, मनोरमागंज गीताभवन मंदिर रोड स्थित परिसर में हुए कार्यक्रम में अतिथियों ने एनीमिया रथ को हरी झंडी दिखाकर शहर में भ्रमण के लिए रवाना किया। यह रथ 3 मार्च तक शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में पांच लाख लोगों तक पहुंचकर उन्हें एनीमिया के प्रति जागरूक करने के साथ ही रक्त की अहमियत बताते हुए घरों में उपलब्ध खाद्य सामग्री से रक्त बढ़ाने की जानकारी देगा।

शहर के प्रख्यात होम्योपैथिक चिकित्सक एवं केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद्, आयुष मंत्रालय (भारत सरकार) में वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर में कार्यपरिषद सदस्य डॉ. ए.के. द्विवेदी के नेतृत्व में जन जागरूकता रथ निकाला गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंदौर संभागायुक्त श्री मालसिंह जी, श्रीमती अंतरबाला मालसिंह जी, विशिष्ठ अतिथि एमआईसी सदस्य एवं पार्षद राजेश उदावत, श्रीमती विजयलक्ष्मी अनिल गोहर जी (पार्षद वार्ड-48), डॉ. वैशाली वाईकर जी (कार्यपरिषद सदस्य, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय), विशेष अतिथि डॉ. वैभव चतुर्वेदी जी (मनोरोग चिकित्सक, कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी हॉस्पिटल, इंदौर), डॉ. कनक चतुर्वेदी, आकाशवाणी में उद्घोषक मुकामसिंह चौहान एवं समाजसेवी श्री भरत मोदी जी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. एके द्विवेदी ने की।

अध्यक्षता कर रहे डॉ. ए.के. द्विवेदी ने एनीमिया जागरूकता रथ के उद्देश्य व 25 फ़रवरी से 3 मार्च तक चलने वाले कार्यक्रम की जानकारी दी। डॉ. द्विवेदी ने कहा कि एनीमिया जैसे घातक रोग को दूर करने के लिए विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों द्वारा संयुक्त प्रयास करने की जरूरत है। एनीमिया के सभी प्रकार का होम्योपैथी में बेहतर इलाज है, पर जरूरत इस बात की है कि, रोग के बारे में आम जनसामान्य में जानकारी हो। उन्होंने बताया कि, हमारा उद्देश्य लोगों को समझाइश देना, समाधान देना है। इसके लिए जन सहयोग और जन जागरूकता आवश्यक है। घर में उपलब्ध गुड़-चना जैसी सामग्री भी एनीमिया की बीमारी कम करने में लाभप्रद होती है। इन्दौर नगर में भ्रमण पर निकले इस रथ का उद्देश्य एनीमिया के इलाज और उसकी रोकथाम के बारे में जानकारी देने के साथ जनजागरुकता फैलाना भी है। यह रथ 3 मार्च तक प्रतिदिन नगर के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण करेगा। साथ ही रक्त की कमी या एनीमिया के लक्षण वाले चिन्हित व्यक्तियों के रक्त का सेंपल लेने की निःशुल्क व्यवस्था भी एनीमिया रथ द्वारा की जाएगी। लोगों को गुड़-चना, मूंगफली दाना, खारक, किशमिश का निःशुल्क वितरण भी किया जाएगा और आवश्यकतानुसार होम्योपैथी दवा भी निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। कार्यक्रम के दौरान डॉ. एके द्विवेदी ने संभागायुक्त से एमवाय अस्पताल, सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल, जिला अस्पताल में सुपर स्पेशल क्लिनीक (इंटीग्रेटेड ट्रीटमेंट) बनाए जाने और वहां आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति करने का निवेदन किया। इस पर संभागायुक्त ने जल्द ही सकारात्मक प्रयास करने की बात कही।

झाबुआ, आलीराजपुर जैसे क्षेत्र में पहुंचकर लोगों को करें जागरूक : संभागायुक्त

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संभागायुक्त मालिसंह जी ने कहा कि एनीमिया ऐसा रोग है जिससे अनेक बीमरियां जन्म लेती है। ऐसे में इस तरह का जागरूकता अभियान चालाया जाना प्रसंशनीय है। समय-समय पर लोगों के बीच इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम हो जाए और उससे वे अपने स्वास्थ्य, समाज के प्रति जागरूक हो जाए तो ओर कोई आवश्यकता ही नहीं रह जाती है। अप्लास्टिक एनीमिया हो या सिकल सेल एनीमिया हो इसमें जागरूकता की ही जरूरत है। जिससे व्यक्ति एनीमिया से बच सकता है। एनीमिया के प्रति किए जा रहे जागरूकता कार्य के लिए डॉ. एके द्विवेदी बधाई के पात्र हैं। मेरा डॉ. द्विवेदी जी से आग्रह है कि वे आलीराजपुर, झाबुआ, राजगढ़, धार, बड़वानी, खरगोन आदि क्षेत्रों में जहां लोगों को एनीमिया के प्रति जानकारी नहीं रहती है वहां पहुंचकर जानकारी देने के साथ ही उन्हें जागरूक करने का प्रयास करें।

मई-जून में झाबुआ में स्थापित होगा सिकल सेल एनीमिया सेंटर, जहां मिलेगा निःशुल्क इलाज

विशेष अतिथि चौहान ने कहा कि सिकल सेल, अप्लास्टिक एनीमिया, थैलेसीमिया के लिए होम्योपैथिक दवाओं से कैसे निवारण हो सकता है इसके प्रयास डॉ. एके द्विवेदी जी कर रहे हैं और इसमें उन्हें सफलता भी मिल रही है। इस तरह के जागरूकता अभियान चलते रहना चाहिए। डॉ. द्विवेदी जी से आग्रह करूंगा कि वे झबुआ, आलीराजपुर, धार जैसे ग्रामीण क्षेत्र में काम करें क्योंकि यहां सिकल सेल के मरीज ज्यादा है ऐसे में उन्हें जागरूक करने के साथ ही उनके बीच फैली भ्रांतियों को दूर करने के प्रयास करें। इस पर डॉ. एके द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि इसी साल मई-जून में झाबुआ क्षेत्र में सिकल सेल एनीमिया का सेंटर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सहयोग से स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं जहां मरीजों का निःशुल्क इलाज किया जाएगा। कार्यक्रम में विशेष रूप से अनिल गोहर जी , श्रीमती सरोज द्विवेदी,श्री अथर्व द्विवेदी एवं अन्विका चतुर्वेदी सहित होम्योपैथी चिकित्सा के विद्यार्थी एवं नगर के लगभग १५० गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन राकेश यादव ने किया, आभार दीपकउपाध्याय ने माना। अतिथियों का स्वागत डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. जितेन्द्र पुरी तथा विनय पाण्डेय द्वारा किया गया। इस आठ दिवसीय रथ का संचालन डॉ. विवेक शर्मा एवं डॉ. जितेन्द्र पुरी डॉ ऋषभ जैन एवं उनके सहयोगियों द्वारा किया जाएगा।

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